अब तुम कुछ भी, मुझसा नहीं लिखते
सिर्फ उसकी बातें,उसकी हंसी ,उसका रोना
तुम भूल गए हो शायद
चलो मैं याद दिलाती हूँ सिर्फ उसकी बातें,उसकी हंसी ,उसका रोना
तुम भूल गए हो शायद
मेरा नाम मोहब्बत है
और मैं सामने वाली गली मैं रहती हूँ
गली में आजकल घनघोर घटा छाई है
सिर्फ उसकी याद,उसका दिल ,उसका भ्रम
तुम भूल गए हो शायद
चलो मैं याद दिलाती हूँ
गली की नुकड़ पर एक घाव अधूरा था
कभी तुमने दिया, कभी पूरा किया, कभी जाने दिया
अगर खटखटा सको, तो दरवाजे तक जरुर आना
तुम भूल गए हो शायद
चलो मैं याद दिलाती हूँ
मेरा नाम मोहब्बत है
और मैं सामने वाली गली में रहती हूँ
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